ग्रामीण बोले - यह निर्माण नहीं,हमारे रास्ते अवरुद्ध करने और जनता के पैसों की बर्बादी है
अर्जुनपुर में ठेकेदारों व जेई की लापरवाही से बना “आठवां अजूबा”
प्रतापगढ़। विकास कार्यों की योजनाओं में तकनीकी मानकों की अनदेखी और लापरवाही का बड़ा उदाहरण आसपुर देवसरा ब्लॉक क्षेत्र के ग्रामसभा सपहाछात के अर्जुनपुर गांव में सामने आया है। यहां आरसीसी रोड से तीन फिट ऊंची नाली का निर्माण कराया जा रहा है, जिसे ग्रामीण “आठवां अजूबा” बता रहे हैं।
नाली का मूल उद्देश्य वर्षा जल व गंदगी की निकासी होता है, लेकिन जब नाली सड़क से ऊपर होगी तो पानी उसमें जाने के बजाय सड़क पर ही रुक जाएगा। इससे सड़क पर जलभराव होगा और उसका उपयोग ही खत्म हो जाएगा।
ग्रामीणों पर असर
पानी का जमाव : बारिश या घरेलू निकासी का पानी नाली तक न पहुँचकर सड़क पर भर जाएगा।
सड़क की खराबी : लगातार पानी रुकने से आरसीसी रोड टूटने लगेगी और गड्ढे पड़ जाएंगे।
स्वास्थ्य खतरा : गंदे पानी से मच्छर-मक्खी पनपेंगे, जिससे डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियाँ फैल सकती हैं।
आवागमन बाधित : जलभराव से राहगीरों और बच्चों को परेशानी होगी।
प्रशासन पर प्रश्नचिह्न : ग्रामीणों में संदेश जा रहा है कि बिना सोच-समझ के कार्य कराया गया।
जिम्मेदारी किसकी?
ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति ठेकेदारों की मनमानी, जेई की लापरवाही और जिम्मेदार विभाग की अनदेखी से उत्पन्न हुई है। यदि निर्माण कार्य में तकनीकी मानकों का पालन किया गया होता, तो ऐसी समस्या सामने नहीं आती।
सुधार की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि नाली की ऊँचाई कम कराई जाए या सड़क का स्तर बढ़ाया जाए। साथ ही कार्य पूर्ण होने के बाद स्थानीय निकाय और ग्रामीणों की मौजूदगी में जांच कराई जाए।
लोगों का कहना है कि नाली का सड़क से ऊँचाई पर होना वास्तव में “एक अजूबा” है, क्योंकि यह उसके उद्देश्य को ही खत्म कर देता है। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से मांग है कि इस मामले पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए और जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो, ताकि जनता के पैसे का सही उपयोग हो सके और वास्तविक विकास दिखाई दे।
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