हर माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता होती है बेटी का भविष्य। पढ़ाई से लेकर शादी तक हर जरूरत के लिए पैसा अहम होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) शुरू की है, जो खासतौर पर बेटियों के लिए सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प है।
अगर आप हर साल अपनी बेटी के नाम पर केवल ₹38 हजार जमा करते हैं, तो 21 साल में यह रकम बढ़कर करीब ₹17,54,986 हो जाएगी। यह राशि बेटी की पढ़ाई या शादी के समय एक मजबूत आर्थिक सहारा बनेगी।
कैलकुलेशन एक नजर में
सालाना निवेश: ₹38,000
ब्याज दर: 8% (सरकार द्वारा निर्धारित)
कुल अवधि: 21 साल
कुल निवेश: ₹7,98,000
कुल ब्याज: ₹9,56,986
मैच्योरिटी राशि: ₹17,54,986
(नोट: ब्याज दर में समय-समय पर बदलाव संभव है।)
योजना की प्रमुख शर्तें
खाता बेटी के नाम से ही खुलेगा और उसकी उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।
एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के नाम पर खाता खोला जा सकता है।
न्यूनतम निवेश ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना है।
कम से कम 15 साल तक पैसा जमा करना अनिवार्य है, जबकि खाता 21 साल बाद मैच्योर होगा।
18 साल की उम्र के बाद आंशिक निकासी की सुविधा उपलब्ध है।
टैक्स और सिक्योरिटी में फायदा
इस योजना में न सिर्फ सुरक्षित निवेश है, बल्कि धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट मिलती है। इसके साथ ही ब्याज और मैच्योरिटी राशि दोनों पूरी तरह टैक्स फ्री हैं।
क्यों खास है यह योजना?
आज के समय में शिक्षा और शादी का खर्च तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में अगर माता-पिता बेटी के जन्म से ही बचत शुरू कर दें, तो बड़े खर्च आसानी से पूरे हो सकते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट या आरडी की तुलना में यहां ज्यादा रिटर्न मिलता है और म्यूचुअल फंड जैसी अस्थिरता नहीं है।
निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य के लिए गारंटीड और सुरक्षित फंड तैयार करती है। सिर्फ ₹38 हजार वार्षिक निवेश से 21 साल बाद करीब 17.5 लाख का फंड बनना किसी भी परिवार के लिए राहत की बात है।
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