पट्टी (प्रतापगढ़)। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर पट्टी स्थित रामानारायण इंटर कॉलेज में रविवार को क्षेत्र के पत्रकारों के सम्मान में एक भव्य 'गौरव सम्मान समारोह' का आयोजन किया गया। इस भावपूर्ण कार्यक्रम में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े लगभग दो दर्जन पत्रकारों को उनके उत्कृष्ट और चुनौतीपूर्ण सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मान और सराहना
समारोह में विद्यालय प्रबंधन, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक मंच पर आकर पत्रकारों को स्मृति चिह्न (Momentos) देकर सम्मानित किया। पत्रकारों का सम्मान करने की पहल को पूरे क्षेत्र में सराहा गया।
वक्ताओं ने किया पत्रकारिता के योगदान को नमन
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने हिंदी पत्रकारिता की गौरवशाली परंपरा और वर्तमान भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने एकमत से कहा कि:
- "हिंदी पत्रकारिता ने देश के सामाजिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में आधारभूत भूमिका निभाई है।"
- विशेष रूप से क्षेत्रीय पत्रकार (Rural Journalists) आज भी सबसे कठिन परिस्थितियों में, तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए, जमीनी सच और जनहित के मुद्दों को सामने लाने के लिए अथक प्रयास करते हैं।
- इसलिए, उनका सम्मान करना न केवल आयोजकों, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
समारोह में पट्टी और प्रतापगढ़ जिले के कई वरिष्ठ पत्रकार और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। सम्मानित होने वाले पत्रकारों में शामिल थे:
- ग्रामीण पत्रकार एसोसिएसन प्रतापगढ़ के जिलाध्यक्ष रंजन त्रिपाठी
- वरिष्ठ पत्रकार बालेन्द्र भूषण पाण्डेय, ब्रजेश सिंह, और सत्यनारायण खंडेलवाल
- राकेश तिवारी, डॉ शकील अहमद, सुधीर श्रीवास्तव
- मनोज यादव, शिवाकांत पाण्डेय, अंकित पाठक, अंकित पाण्डेय
- विजय पाठक, मनीष चौधरी, रोहित जायसवाल, संजय पाण्डेय, धन्यजय तिवारी, और शिव कुमार सोनी
आयोजन समिति की ओर से रामानारायण इंटर कॉलेज के प्रबंधक विजयन्त शर्मा और अनुराधा शर्मा, तथा श्री हनुमान रामलीला समिति के अध्यक्ष दिनेश बहादुर सिंह उर्फ़ बुदुल सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षकगण, पत्रकार, और गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने समारोह की शोभा बढ़ाई।
निरंतर प्रोत्साहन का संकल्प
आयोजकों ने इस पहल को "पत्रकारिता के योगदान को निरंतर प्रोत्साहित करने" की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस तरह के 'गौरव सम्मान' कार्यक्रम भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों के महत्व को हमेशा याद रखा जा सके।
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