आलोक रंजन तिवारी और विवेक मिश्रा ने पत्रकारों से की मुलाकात; क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों पर हुई गहन चर्चा।
पट्टी (प्रतापगढ़): समाज हित और ग्राम विकास को समर्पित एक सकारात्मक पहल के तहत, श्री आलोक रंजन तिवारी (इटरनल कार्पोरेट मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के MD & CEO) और श्री विवेक मिश्रा (उर्फ मोनू मिश्रा) ने मंगलवार को पट्टी स्थित कृष्णा स्वीट एंड रेस्टोरेंट में क्षेत्र के पत्रकारों के साथ एक सप्रेम और अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक की। यह दोनों गणमान्य व्यक्तियों की पट्टी के पत्रकारों के साथ पहली औपचारिक मुलाकात थी, जिसका उद्देश्य स्थानीय सामाजिक मुद्दों और ग्राम विकास के भावी खाके पर विचार-विमर्श करना था।
करीब दो घंटे चली इस गहन विचार-विमर्श सत्र में, आलोक रंजन तिवारी और विवेक मिश्रा ने क्षेत्र की मूलभूत चुनौतियों, विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के पहलुओं पर अपने दृष्टिकोण रखे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका प्राथमिक लक्ष्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाना और एक आत्मनिर्भर ग्राम संरचना का निर्माण करना है।
बैठक के दौरान, आलोक रंजन तिवारी ने समाज हित को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा, "स्थानीय स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सामूहिक प्रयास अपरिहार्य हैं। यह पहली मुलाकात इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।" वहीं, मोनू मिश्रा ने ग्राम विकास के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें गाँव की सड़कों, स्वच्छता अभियान की प्रभावशीलता, और युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों की आवश्यकता जैसे ज्वलंत मुद्दे शामिल थे।
उन्होंने पत्रकारों से खुली चर्चा करते हुए क्षेत्र के विकास के लिए उनके बहुमूल्य सुझाव भी आमंत्रित किए। इस दौरान, पत्रकारों ने भी क्षेत्र की वास्तविकताओं, जैसे कि ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी की कमी और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में आने वाली बाधाओं को बेबाकी से सामने रखा।
इस बैठक में पट्टी के पत्रकारिता जगत के कई प्रतिष्ठित और सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे। जिनमें बालेंदु भूषण पाण्डेय, राकेश तिवारी, रंजन त्रिपाठी, आशीष त्रिपाठी, रोहित जायसवाल, मनोज यादव, आशीष तिवारी, विजय पाठक, मनीष चौधरी, अंकित पाठक, अंकित पाण्डेय, कान्हा तिवारी, मानवेंद्र प्रताप सिंह, और अतुल पुजारी समेत अन्य पत्रकार मौजूद थे।
उपस्थित पत्रकारों ने आलोक रंजन तिवारी और विवेक मिश्रा द्वारा की गई इस पहल की सराहना की और इस बात पर सहमति जताई कि समाज और प्रशासन के बीच संवाद स्थापित करने में ऐसी बैठकें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
यह बैठक इस संकल्प के साथ समाप्त हुई कि भविष्य में भी ऐसे संवाद सत्र नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि सामाजिक सरोकार और ग्राम विकास की रूपरेखा को सशक्त बनाया जा सके। आलोक रंजन तिवारी और विवेक मिश्रा की यह अनूठी पहल पट्टी क्षेत्र में सामाजिक बदलाव की एक नई सुबह का संकेत दे रही है।
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